13 दिसम्बर : बहुतों की छुड़ौती

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13 दिसम्बर : बहुतों की छुड़ौती
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“क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिए नहीं आया कि उसकी सेवा टहल की जाए, पर इसलिए आया कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों की छुड़ौती के लिए अपना प्राण दे।” मरकुस 10:45

मुझे बिल भरना अच्छा लगता है। शायद मुझे बिलों का आकार या उनकी बारम्बारता पसन्द न हो, परन्तु जब वे पूर्ण रूप से चुका दिए जाते हैं, तो वह अद्‌भुत अनुभूति होती है। पुराने समय में जब बिल आमतौर पर दफ्तर में जाकर भरे जाते थे, तो मुझे विशेष सन्तोष होता था जब मैं अपना बिल भुगतान के साथ काउण्टर पर देता और वह वापस PAID की मुहर के साथ लौटता था।

इन पदों में इस छोटे से वाक्य के माध्यम से यीशु अपनी मृत्यु की ओर संकेत करता है: “बहुतों की छुड़ौती के लिए।” पुराने नियम के कुछ उदाहरण यीशु द्वारा “छुड़ौती” शब्द के उपयोग का सन्दर्भ प्रदान करते हैं।

यहूदी व्यवस्था-विधान के अनुसार, यदि किसी मनुष्य का बैल किसी को मार डालता था, तो बैल और उसका स्वामी दोनों मृत्यु-दण्ड के अधिकारी होते थे। परन्तु यदि स्वामी पर छुड़ौती का दण्ड लगाया जाता, तो वह उस धनराशि को देकर अपने प्राणों को छुड़ा सकता था (निर्गमन 21:29–30)। अर्थात्, बैल का स्वामी एक निश्चित मूल्य देकर अपने जीवन को वापिस खरीद सकता था। यही बात उस स्थिति में भी लागू होती थी जब किसी परिजन को दासत्व से मुक्त कराना होता या किसी खेत या सम्पत्ति को बन्धक से छुड़ाना होता (लैव्यव्यवस्था 25 देखें)। इन सभी उदाहरणों में छुड़ौती का अर्थ होता था एक निर्णायक और मूल्यवान हस्तक्षेप, जो किसी को बन्धन से मुक्ति दिलाता था।

पुराने नियम की ये सभी परिस्थितियाँ भौतिक समस्याएँ थीं। किन्तु यीशु जिस बात की ओर संकेत कर रहा था, वह नैतिक संकट था। हम पाप के अधीन हैं और हमने परमेश्वर को ठेस पहुँचाई है। यीशु ने स्पष्ट किया कि केवल उसका निर्णायक हस्तक्षेप—हमारे जीवन के लिए दिया गया यह अनमोल मूल्य—ही हमें स्वतन्त्र कर सकता है और सम्पूर्ण बना सकता है। जैसा कि भजन का लेखक कहता है: “उसने मेरे पाप और दुख अपने ऊपर ले लिए, उन्हें अपना ही बना लिया।”[1]

मसीह हमारी छुड़ौती है। उसने “जो हमारे लिए शापित बना, हमें मोल लेकर व्यवस्था के शाप से छुड़ाया” (गलातियों 3:13), ताकि जब हम उस पर विश्वास करें, तो बन्धन से मुक्त हो सकें। अपनी मृत्यु के द्वारा, यीशु ने उन सभी पर लगाए गए न्याय को पूर्ण रूप से चुकता कर दिया जो उस पर विश्वास करते हैं। जब उसने पुकारा, “पूरा हुआ” (यूहन्ना 19:30), तो उसने यूनानी शब्द टेटेलेस्टाई कहा, जो उस समय के बिलों पर यह दिखाने के लिए लिखा जाता था कि वह पूरा चुकता हो गया है। अपने पुत्र के पुनरुत्थान में पिता ने उस भुगतान की रसीद प्रदान की। वह ऋण, जो हमारे विरुद्ध न्यायपूर्वक खड़ा था और जो हमारे सामर्थ्य से बाहर था, अब स्पष्ट रूप से मुहरबन्द है: “चुका दिया गया है।”

कई बार शत्रु हमें दोष देगा, और हमारा अपना हृदय हमें दोषी ठहराएगा: “क्या तुम वास्तव में क्षमा किए गए हो? यह पाप तो बहुत अधिक है! क्या वास्तव में परमेश्वर तुमसे प्रेम करता है? क्या वास्तव में तुम्हारे लिए अनन्त महिमा में कोई स्थान है?” जब आप ऐसी फुसफुसाहटें सुने, तो स्मरण करें कि मसीह न्याय के सिंहासन तक गया और आपके विरुद्ध खड़ा पूरा लेखा-जोखा चुकता कर दिया। पिता ने उसे मृतकों में से जीवित किया; इसलिए आप इस सत्य में पूर्ण सुरक्षा पा सकते हैं कि वह अब कभी भी उस भुगतान की पुनः माँग नहीं करेगा। आपका खाता हमेशा के लिए चुकता कर दिया गया है। आपकी छुड़ौती दे दी गई है।

  कुलुस्सियों 2:8-15

◊ पूरे वर्ष में सम्पूर्ण बाइबल पढ़ने के लिए: यहोशू 7–9; लूका 15:11-32


[1] चार्ल्स एच. गेब्रिएल, “माई सेवियर्ज़ लव” (1905).

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